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Bhrighu nandi Nadi in Hindi

Ref No. 9790

Bhrighu Nandi Nadi 
 

प्रिय 

आपको सूचित किया जाता है कि हम एक नए भाग्योदय भृगु नंदी नाड़ी ज्योतिष में नए कोर्स के लिए पंजीकरण शुरू कर रहे हैं। यह एक अद्भुत अवसर है जो ज्योतिष के क्षेत्र में आपके ज्ञान और अनुभव को नई ऊँचाइयों तक ले जाएगा।

कोर्स विवरण:
भृगु नंदी नाड़ी ज्योतिष, नाड़ी ज्योतिष की एक  प्राचीन शाखा है । इसका उपयोग दशा प्रणाली के बिना भी किया जाता है। इसके स्थान पर प्रोग्रेशन एवं गोचर  द्वारा फलादेश  किया जाता है। पुरुष के लिए बृहस्पति को आधार  माना जाता है और स्त्री के लिए शुक्र को आधार माना जाता है एक ही कुन्डली में स्त्री एवं पुरुष दोनों के फलादेश बदल जाते है। 

यह प्रणाली दशा या वर्गकुण्डली  का उपयोग किए बिना ग्रहों के कारकत्वों और उनकी भाव स्थिति के  आधार पर किया जाता  है। सूर्य लगन एवं चंद्र लगन का प्रयोग जातक के पिता एवं माता के लिए किया जाता है। 
कोर्स के घटक इस प्रकार होंगे 
1)ग्रहो  के कारकत्व :ग्रहो के कारकत्व नाड़ी ज्योतिष में मुख्य भूमिका में होते है जिनके द्वारा व्यक्ति विशेष के सम्पूर्ण जीवन एवं उसके सभी पक्ष देखे जा सकते है। 
2) भाव एवं राशियों के कारकत्व : ग्रह विशेष किस राशि में किस भाव में किस प्रकार फल प्रदान करते है एवं उनसे फलादेश 
3 ) ग्रहो की मित्रता एवं शत्रुता 
4 )ग्रहो की उच्च राशि में होने के कारण  एवं उच्च में होने पर भी कभी कभी उनके  अशुभ फल क्यों मिलते है
5 )ग्रहो की नीच राशि में होने के कारण  एवं उक्त राशि में होने पर भी कैसे शुभ फल मिल जाते है 
6 )ग्रहो का बलवान होना एवं ग्रहो का कमजोर होना एवं उनके कारण 
7 )ग्रहो के सापेक्ष स्थित अन्य ग्रहो के फल एवं दृष्टिसम्बन्ध 
8 )ग्रहो से योग कैसे बनते है एवं उन योगों  द्वारा फलादेश 
9  )वक्री ग्रहो के कारण एवं नाड़ी ज्योतिष में उनका उपयोग 
10  )ग्रहो के प्रोग्रेशन के द्वारा फलित सिद्धांत एवं गोचर द्वारा फलित 
11  )भाग्योदय समय 
12  ) ग्रहो से योग कैसे बनते है एवं उन योगों  द्वारा फलादेश 
13 )जातक स्वयं के सुख दुःख यश प्राप्ति के समय की गणना 
14 ) शिक्षा एवं सफलता एवं असफलता का समय 
15 )विवाह सुख ,विवाह समय , विवाह जीवन में सुख दुःख 
16 ) कर्मक्षेत्र प्रारम्भ , कर्मक्षेत्र में उतार चढ़ाव का समय 
17 )धन सुख एवं धन प्राप्ति एवं धनहानि समय गणना 
18 )ग्रहो के राशि परिवर्तन एवं उनके विशेष प्रभाव 
19 ) वक्री ग्रहो के विशेष फल 
20 ) महत्वपूर्ण योग 
21 ) पूर्व जन्म के ऋणानुबन्धन 
22 ) इष्ट देवता एवं समय विशेष में विशेष कृपा रखने वाले देवता एवं उनसे सम्बन्धित योग 
23 )भाई बहनो से सुख 
24 ) विदेश गमन एवं समय गणना 
25 ) रोग एवं समय गणना 
26 ) ग्रहो के गोचर द्वारा फलित 
 एवं जीवन से सम्बन्धित सभी पक्षों के फलादेश सूत्र एवं अन्य सूत्र 



हमारे उच्च-गुणवत्ता वाले शिक्षकों द्वारा यह कोर्स आपको भृगु नंदी नाड़ी ज्योतिष में विशेषज्ञता प्राप्त करने का समर्थन करेगा। यह कोर्स उन सभी लोगों के लिए उपयुक्त है जो ज्योतिष विज्ञान में अपना ज्ञान और रुचि बढ़ाना चाहते हैं।

इस शानदार संदर्भ में अपनी प्रतिबद्धता दिखाएं और भृगु नंदी नाड़ी ज्योतिष में अपनी दक्षता को निखारें। हम आपके साथ जुड़ने के लिए तत्परता से इंतजार कर रहे हैं।

धन्यवाद और शुभकामनाएं!

Total Duration + 60 hours

Tutor: Dinesh Yadav

 

8 In Stock

QTY


36,000.00

$ 438.00

Description

Bhrighu Nandi Nadi 
 

प्रिय 

आपको सूचित किया जाता है कि हम एक नए भाग्योदय भृगु नंदी नाड़ी ज्योतिष में नए कोर्स के लिए पंजीकरण शुरू कर रहे हैं। यह एक अद्भुत अवसर है जो ज्योतिष के क्षेत्र में आपके ज्ञान और अनुभव को नई ऊँचाइयों तक ले जाएगा।

कोर्स विवरण:
भृगु नंदी नाड़ी ज्योतिष, नाड़ी ज्योतिष की एक  प्राचीन शाखा है । इसका उपयोग दशा प्रणाली के बिना भी किया जाता है। इसके स्थान पर प्रोग्रेशन एवं गोचर  द्वारा फलादेश  किया जाता है। पुरुष के लिए बृहस्पति को आधार  माना जाता है और स्त्री के लिए शुक्र को आधार माना जाता है एक ही कुन्डली में स्त्री एवं पुरुष दोनों के फलादेश बदल जाते है। 

यह प्रणाली दशा या वर्गकुण्डली  का उपयोग किए बिना ग्रहों के कारकत्वों और उनकी भाव स्थिति के  आधार पर किया जाता  है। सूर्य लगन एवं चंद्र लगन का प्रयोग जातक के पिता एवं माता के लिए किया जाता है। 
कोर्स के घटक इस प्रकार होंगे 
1)ग्रहो  के कारकत्व :ग्रहो के कारकत्व नाड़ी ज्योतिष में मुख्य भूमिका में होते है जिनके द्वारा व्यक्ति विशेष के सम्पूर्ण जीवन एवं उसके सभी पक्ष देखे जा सकते है। 
2) भाव एवं राशियों के कारकत्व : ग्रह विशेष किस राशि में किस भाव में किस प्रकार फल प्रदान करते है एवं उनसे फलादेश 
3 ) ग्रहो की मित्रता एवं शत्रुता 
4 )ग्रहो की उच्च राशि में होने के कारण  एवं उच्च में होने पर भी कभी कभी उनके  अशुभ फल क्यों मिलते है
5 )ग्रहो की नीच राशि में होने के कारण  एवं उक्त राशि में होने पर भी कैसे शुभ फल मिल जाते है 
6 )ग्रहो का बलवान होना एवं ग्रहो का कमजोर होना एवं उनके कारण 
7 )ग्रहो के सापेक्ष स्थित अन्य ग्रहो के फल एवं दृष्टिसम्बन्ध 
8 )ग्रहो से योग कैसे बनते है एवं उन योगों  द्वारा फलादेश 
9  )वक्री ग्रहो के कारण एवं नाड़ी ज्योतिष में उनका उपयोग 
10  )ग्रहो के प्रोग्रेशन के द्वारा फलित सिद्धांत एवं गोचर द्वारा फलित 
11  )भाग्योदय समय 
12  ) ग्रहो से योग कैसे बनते है एवं उन योगों  द्वारा फलादेश 
13 )जातक स्वयं के सुख दुःख यश प्राप्ति के समय की गणना 
14 ) शिक्षा एवं सफलता एवं असफलता का समय 
15 )विवाह सुख ,विवाह समय , विवाह जीवन में सुख दुःख 
16 ) कर्मक्षेत्र प्रारम्भ , कर्मक्षेत्र में उतार चढ़ाव का समय 
17 )धन सुख एवं धन प्राप्ति एवं धनहानि समय गणना 
18 )ग्रहो के राशि परिवर्तन एवं उनके विशेष प्रभाव 
19 ) वक्री ग्रहो के विशेष फल 
20 ) महत्वपूर्ण योग 
21 ) पूर्व जन्म के ऋणानुबन्धन 
22 ) इष्ट देवता एवं समय विशेष में विशेष कृपा रखने वाले देवता एवं उनसे सम्बन्धित योग 
23 )भाई बहनो से सुख 
24 ) विदेश गमन एवं समय गणना 
25 ) रोग एवं समय गणना 
26 ) ग्रहो के गोचर द्वारा फलित 
 एवं जीवन से सम्बन्धित सभी पक्षों के फलादेश सूत्र एवं अन्य सूत्र 



हमारे उच्च-गुणवत्ता वाले शिक्षकों द्वारा यह कोर्स आपको भृगु नंदी नाड़ी ज्योतिष में विशेषज्ञता प्राप्त करने का समर्थन करेगा। यह कोर्स उन सभी लोगों के लिए उपयुक्त है जो ज्योतिष विज्ञान में अपना ज्ञान और रुचि बढ़ाना चाहते हैं।

इस शानदार संदर्भ में अपनी प्रतिबद्धता दिखाएं और भृगु नंदी नाड़ी ज्योतिष में अपनी दक्षता को निखारें। हम आपके साथ जुड़ने के लिए तत्परता से इंतजार कर रहे हैं।

धन्यवाद और शुभकामनाएं!

Total Duration + 60 hours

Tutor: Dinesh Yadav

 

review

  • SANJEEV - May 06 2024

This was an unbelievable course! I need to go through the recordings at least 2-3 times but it is the ONLY course needed to both build a strong foundation and also gain mastery over the subject! Dinesh Sir adds his experiential tips and tricks to make pre

  • Harish - May 07 2024

Dinesh Sir has been very instrumental in teaching me Brighu Nandi Nadi course with exceptional depth and clarity. His teaching style is characterized by simplicity, accuracy, and meticulous attention to detail, which has greatly enriched my understanding

  • Deepak - August 20 2024

An amazing course to understand and become well versed with Bhrigu Nandi Nadi. Dinesh sir has taught the basics as well as some of the advanced concept of BNN which has helped to increase the accuracy of my predictions. I am indebted to Dinesh Sir and S

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